Contents
- 1 रास्ते | प्रतिभा कटियारी
- 2 Pratibha Katiyar Stories / Poems
- 2.1 हरा | प्रतिभा कटियारी
- 2.2 हत्यारे की आँख का आँसू और तुम्हारा चुंबन सुनो | प्रतिभा कटियारी
- 2.3 सौंदर्य | प्रतिभा कटियारी
- 2.4 सिर्फ तुम्हारा खयाल | प्रतिभा कटियारी
- 2.5 सुनो, मैं तुम तक पहुँचना चाहती हूँ… | प्रतिभा कटियारी
- 2.6 शहर लंदन | प्रतिभा कटियारी
- 2.7 शब्द भर ‘ठीक’ | प्रतिभा कटियारी
- 2.8 वही बात | प्रतिभा कटियारी
- 2.9 रोने के लिए आत्मा को निचोड़ना पड़ता है | प्रतिभा कटियारी
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रास्ते | प्रतिभा कटियारी
रास्ते | प्रतिभा कटियारी
हम दोनों ही अपने रास्ते खो चुके थे
और नए रास्ते तलाश रहे थे
हम दोनों बहुत थक गए थे
लेकिन हारे नहीं थे
हम दोनों उदास थे
और मुस्कुराहटें ढूँढ़ रहे थे
हमारी त्वचा पे उभर आई झुर्रियों में
किसी रिश्ते का नाम नहीं था
हम दोनों खो गए थे खुद से
लेकिन एक-दूसरे को थामे हुए थे
हमारे भीतर थोड़ी सी मृत्यु शेष थी
और एक पूरा जीवन
प्यार का पता नहीं
लेकिन कुछ था हमारी हथेलियों में
रेखाओं के अलावा…