हरा | प्रतिभा कटियारी हरा | प्रतिभा कटियारी कुछ जो नहीं बीततासमूचा बीतने के बाद भीआमद की आहटें नहीं ढक पातीइंतजार का रेगिस्तानबाद भीषण बारिशों के भीबाँझ ही रह जाता हैधरती का कोई कोनाबेवजह हाथ से छूटकर टूट जाता हैचाय का प्यालासचमुच, क्लोरोफिल का होनाकाफी नहीं होता पत्तियों कोहरा रखने के लिए…
Tag: Pratibha Katiyar
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सौंदर्य | प्रतिभा कटियारी
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शहर लंदन | प्रतिभा कटियारी
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शब्द भर ‘ठीक’ | प्रतिभा कटियारी
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वही बात | प्रतिभा कटियारी
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