तब

तब

असंख्य बार मैंने गिनना चाहालेकिन तारे कभी उंगली पर नहीं आए हमेशा बाहर रहे और उनका टिमटिमानाधूल ने भी अपने पानी में देखा बच्चे जब-जब थकेबैठ गए अगली रात के इंतजार में औरफिर निराश हुएये तारे फिर नहीं गिने गए ये तारे जहाँ रहेकभी झाँसे में नहीं आए किसी के वरना जिनके पास ताकत हैउनकी … Read more

तुम रोशनी

तुम रोशनी

पत्नी हेमा के लिए न ओस की बूँदें सिहरन से भरती हैंन ठंडी हवा जमाती है बर्फ की तरह चाँद फूल की तरह खिलने लगता हैतारे छितराने लगते हैं अपना रंग तुम पास हो और कहीं अंधेरा नहीं उदासी नहीं चुप्पी नहीं ये फूल बिना मौसम के भी खिल रहे हैं औरइनका रंग हद से … Read more

सिक्के का मूल्य

सिक्के का मूल्य

आज जो सिक्का चमक रहा हैवह सिक्कापता नहीं कल बाजार में चले भी या नहीं यह भी जरुरी नहीं कि कललोग इसके लिए पसीना बहाएँअपना जीवन खर्च करें औरएक दिन इन्हीं सिक्कों की खातिरखदान में मृत पाए जाएँ।

मैं मजदूर

मैं मजदूर

अपने जीवन में एक घर नहीं बना सका छत काजो भी बहाया पसीनाउसके बदले जमीन खरीदाऔर फूस लिया पेट काट कर जैसे-तैसे गुजर रहा जीवनइसी से दाल के दाने चुनता हूँईंट के चूल्हे पर पकाता हूँ रोटियाँअपने घर से हजारों कोस दूर दूर देश में जहाँ पाँच हाथ जमीन है मेरे नामउस पर भी सबकी … Read more

बल्ब

बल्ब

इतनी बड़ी दुनिया है किएक कोने में बल्ब जलता है तोदूसरा कोना अंधेरे में डूब जाता है एक हाथ अंधेरे में हिलता है तोदूसरा चमकता है रोशनी मेंकभी भी पूरी दुनियाएक साथ उजाले का मुँह नहीं देख पाती एक तरफ रोने की आवाज गूँजती है तोदूसरी तरफ कहकहे लगते हैंपेट भर भोजन के बाद जिधर … Read more

नमक

नमक

था तो चुटकी भर ज्यादालेकिन पूरे स्वाद पर उसी का असर हैसरी मेहनत पर पानी फिर गया अब तो जीभ भी इंकार कर रही हैउसे नहीं चाहिए ऐसा स्वाद जोउसी को गलाने की कोशिश करे गलती नमक की भी नहीं हैउसने तो यही जताया है किचुटकी भर नमक क्या कर सकता है।तुम रोशनी

घड़ी

घड़ी1

सब कुछ इसके सामने होता है इसका टिकटिकाना देर तक गूँजता हैयही इसकी पुकार है चुप्पी मेंयही इसका विरोध सब कुछ देखने वाली घड़ीकभी गवाही नहीं देती।