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साँस का खिलना

अपनी यात्रा की तारीखआगे बढ़ानातुम्‍हारे (उसके) रास्‍ते के पीछे सेवहअपनेपन में भरती है मुझेफिर सेजगाने के लिएप्‍यार की सुगंध बिछाती है,मेरे खाली मन में वह ! तुम थीसाँसों में चमक के लिएगहराई से पुनर्जन्‍म देनेवालीतुम्‍हारी मुस्‍कुराहट की खुखूमुझे तुम्‍हारे पर समेटती-सहेजती हैमैं तुम्‍हें घर ले जाता हूँअपनी स्‍मृतियों और विचारों कीझोली में भरकर और मैं […]