अपनी यात्रा की तारीखआगे बढ़ानातुम्हारे (उसके) रास्ते के पीछे सेवहअपनेपन में भरती है मुझेफिर सेजगाने के लिएप्यार की सुगंध बिछाती है,मेरे खाली मन में वह ! तुम थीसाँसों में चमक के लिएगहराई से पुनर्जन्म देनेवालीतुम्हारी मुस्कुराहट की खुखूमुझे तुम्हारे पर समेटती-सहेजती हैमैं तुम्हें घर ले जाता हूँअपनी स्मृतियों और विचारों कीझोली में भरकर और मैं […]
Martin Haridutt Lakshman Srinivasi
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सरनामी देवी
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श्रेष्ठ-मौन
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वृक्ष की टहनी पर
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रेत की रिक्तता
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मेरी हथेली में
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मेरी इच्छा है
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मकई के दाने का वजन
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