नेकी और बदी | मुंशी रहमान खान
नेकी और बदी | मुंशी रहमान खान

नेकी और बदी | मुंशी रहमान खान

नेकी और बदी | मुंशी रहमान खान

ईश पैंठ संसार यह दोही वस्‍तु बिकाय।
व्यवपारी मनु जीव है जो चाहै लै जाय।।
जा चाहै लै जाय विभव कछु काम न आवै।
ईश करैं वहं न्‍याय कर्म का फल भुगतावै।।
कहैं रहमान बदी सग लैहौ नर्क परै तोरे शीश।
लीजौ नेकी जगत महं स्‍वर्ग देंय तुम्‍हें ईश।।

Leave a comment

Leave a Reply