हिजड़े | कृष्णमोहन झा हिजड़े | कृष्णमोहन झा 1 . वे रेगिस्तान की बाँबियों से निकलकर आते हैं? या बाँस के फूलने से पैदा होते हैं? वे हमारी नृशंसताओं की कार्यशाला में जन्म लेते हैं? या अवांछित प्रजनन की राख में पलते हैं? वे किसी गुमनाम नक्षत्र से निष्कासित भटके हुए अनाथ प्राणी हैं? या मानवता के परिसर से बाहर घटित कोई […]
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सारी चीजें नहीं | कृष्णमोहन झा
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सारंगी | कृष्णमोहन झा
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वे तीन | कृष्णमोहन झा
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यात्रा-वृत्तांत | कृष्णमोहन झा
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मिट्टी का बर्तन | कृष्णमोहन झा
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महानगर में चाँद | कृष्णमोहन झा
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बाढ़ के बाद | कृष्णमोहन झा
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