मुझे घोड़े अच्छे लगते हैं
वे अपनी पीठ पर पुराने दिनों को
लादकर जिंदगी की पथरीली सड़क पर
बेलाग दौड़ते हैं
उन्हें दूर से देखकर पाता हूँ कि वे
मेरी स्मृति के करीब हैं

वे मेरे न भूलने वाले दिनों में
मेरे साथ दौड़ते थे

घोड़े चारागाहों में कम
और उससे कम अस्तबलों में हैं
जो बचे हुए हैं वे
बारी बारी राष्ट्रपति की बग्घी में
नधते हैं
और राष्ट्र के इतिहास की किसी
अविस्मरणीय तारीख में दिखाई देते हैं

See also  शहर अधूरा ही पहनता है

राष्ट्रपति के कारण ये घोड़े महान हैं
अन्यथा मुल्क की किसी गरीब सड़क पर
टूटे हुए ताँगे में जुतते और कराहते हुए
नजर आते

घोड़ों की संरचना में सबसे ज्यादा
ध्यान देने योग्य है उनकी पीठ
जिसपर तानाशाह या सामंत के चाबुक
निरंतर बरसते हैं तथा अपने
निशान छोड़ जाते हैं

See also  तुम्हारे नाम को लेकर | प्रदीप त्रिपाठी

घोड़ों को आपने देखा होगा
सुनसान घास के मैदान में
अपने अच्छे दिनों को चरते हुए
अपने अकेलेपन में धीमे से
हिनहिनाते हुए

उनकी हिनहिनाहट में किसी तरह की
अश्लीलता की खोज नही होनी चाहिए
हिनहिनाना उनका मूल स्वभाव है
जैसे तानाशाह की मूल प्रवृत्ति है निरंकुशता

कुछ लोग इस निरंकुशता के पक्ष में
तर्क देते हैं
यह कुछ ऐसा है जैसे कि कहा जाय
कि घोड़े चारागाह की बची हुई घास को
बचा रहे हैं

See also  हिमालय और हम | गोपाल सिंह नेपाली