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हरियाली मत हरो | राधेश्याम बंधु

हरियाली मत हरो | राधेश्याम बंधु हरियाली मत हरो | राधेश्याम बंधु हरियाली मत हरोगंध की  कविता रुक जाएगीफूलों के सुरभितआँचल  की  ममता  चुक जाएगी । नीम तले की कथा कहानीबाबा को  कहने  दो,अमरार्इ  झूले  की  कजरीबहना  को  गाने  दो । हरसिंगार  का प्यार  न  छीनो,बगिया  लुट जाएगी । भैया  से  वृक्षों   की   बाँहें,किसने काट […]