ये कैसा पिता है जियाउद्दीन युसफजई | प्रताप सोमवंशी

ये कैसा पिता है जियाउद्दीन युसफजई | प्रताप सोमवंशी

ये कैसा पिता है जियाउद्दीन युसफजई | प्रताप सोमवंशी ये कैसा पिता है जियाउद्दीन युसफजई | प्रताप सोमवंशी कौन है ये जियाउद्दीन युसुफजईक्या चाहता हैजब पूरी स्वात घाटी बंद कर लेती है किवाड़तालिबानियों की दशहत सेलोग दुबके जाते हैं घरों मेंएक फरमान कि बेटियाँ गईं स्कूलतो फेंक दिया जाएगा उनके चेहरे पर तेजाबमाएँ आँचल में … Read more

भाई प्रेम सिंह | प्रताप सोमवंशी

भाई प्रेम सिंह | प्रताप सोमवंशी

भाई प्रेम सिंह | प्रताप सोमवंशी भाई प्रेम सिंह | प्रताप सोमवंशी ( बाँदा के एक प्रयोगधर्मी किसान, जो खेती को उत्पादन का माध्यम मात्र नहीं, बल्कि प्रकृति के साथ जीने का एक अभ्यास बताते हैं।) उसने मिट्टी को छुआ भर था,धरती ने उसे सीने से लगा लियाउसने पौधे लगाएखुशबू उसकी बातों से आने लगीपेड़ समझने लगे उसकी … Read more

पाँव सफर में हैं | प्रताप सोमवंशी

पाँव सफर में हैं | प्रताप सोमवंशी

पाँव सफर में हैं | प्रताप सोमवंशी पाँव सफर में हैं | प्रताप सोमवंशी सफर पर निकले हैं दो पाँवक्या खूबसूरत संगत है दोनों के बीचबायाँ पैर दाएँ को आगे करकेखुद को खींच लेता है पीछेठीक अगले ही पलदायाँ भी यही दोहराता हैपैरों का अंर्तसंबंध और राग-अनुरागयहीं से समझ आता हैयह सच तब और मनभावन … Read more

पेड़ | प्रताप सोमवंशी

पेड़ | प्रताप सोमवंशी

पेड़ | प्रताप सोमवंशी पेड़ | प्रताप सोमवंशी रात अँधेरी बारिश का दुखपेड़ से पूछोजो कि बेचारा काँप रहा हैचिड़ियों के घर कैसे बचेंगेपत्ते झरें, शाखें गिर जाएँबस उसके बच्चे बच जाएँ

जीत गए हैं बच्चे | प्रताप सोमवंशी

जीत गए हैं बच्चे | प्रताप सोमवंशी

जीत गए हैं बच्चे | प्रताप सोमवंशी जीत गए हैं बच्चे | प्रताप सोमवंशी पलक झपकते ही बड़े हो गए हैं ये बच्चेकुछ देर पहले तक जो बालू में खेल रहे थेइस समय उन्हीं बच्चों की टोलीनदी के भीतर लहरों से जूझ रही हैएक डूबते हुए आदमी को बचाने की जद्दोजेहद जारी हैबच्चे बड़ों से … Read more

किसान | प्रताप सोमवंशी

किसान | प्रताप सोमवंशी

किसान | प्रताप सोमवंशी किसान | प्रताप सोमवंशी एक एक ऐसा बकराजिसे पूरा सरकारी अमलाकाटता खातासेहत बनाता हैऔर वहदूसरों के लिएचारा उगाता हैचारा बन जाता है दो कुनीतियों की डायन|अपने ही बच्चे खाती हैकभी विदर्भकभी बुंदेलखंड सेकिसान आत्महत्या कीखबर आती हैडायन मोटी होती जाती है तीन एक किसान की मौत का मतलबमौसम लूट लेता हैमेहनत की … Read more

क्या नहीं है इस आँगन में | प्रताप सोमवंशी

क्या नहीं है इस आँगन में | प्रताप सोमवंशी

क्या नहीं है इस आँगन में | प्रताप सोमवंशी क्या नहीं है इस आँगन में | प्रताप सोमवंशी चिड़ियों ने जाने कैसे कहाँ खबर फैलाईतोता, कोयल, बुलबुल, फाख्ता, कबूतर और गौरैया से भर गया थाआँगन के अमरूद का पेड़शुरू-शुरू में दो चार चिड़ियाँ ही देखने आई थीं आँगनगिनती के दिनों में ही इतना घुल-मिल गई … Read more

असहमतियाँ | प्रताप सोमवंशी

असहमतियाँ | प्रताप सोमवंशी

असहमतियाँ | प्रताप सोमवंशी असहमतियाँ | प्रताप सोमवंशी एक जब सहमतियों का दम घुटने लगेअस्वीकार और इनकारसिर उठाकर जीने की तैयारी कर देंआसपास देखनाअपने तर्क और विचारों से लैसमौजूद मिलेगीं असहमतियाँबहुत जरूरी है इनकी कद्र करनाजहाँ कहीं भी दिखे अहमतियों का आदरसमझ लेनाबहुत कुछ रचा जाना संभव है उस जगह दो असहमतियों का एक कद्रदाननेपोलियन … Read more