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बौछार पे बौछार | भुवनेश्वर

बौछार पे बौछार | भुवनेश्वर बौछार पे बौछार | भुवनेश्वर बौछार पे बौछार सनसनाते हुए सीसे की बारिश का ऐसा जोश गुलाबों के तख्ते के तख्ते बिछ गए कदमों में कायदे से अपना रंग फैलाए मेह में कुम्हलाए हुए आग आवश्यकता से अधिक पीड़ा का बदला चुकाने की पीड़ा निर्जीव करनेवाली उस आग से भी अधिक दल के दल बादल कि हौले-हौले […]