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भेदिए डिब्बे | आलोक पराडकर

भेदिए डिब्बे | आलोक पराडकर भेदिए डिब्बे | आलोक पराडकर हमारे समाज और सभ्यता के साथटिफिन ने भी कुछ तो तय किया ही सफरकपड़े की पोटलियों सेचौकोर प्लास्टिक के डिब्बों,स्टील या एल्यूमीनियम के कई खानों में बदलता हुआअब ऐसे दावों में पहुँच गया हैकि उसके खुलने में वही गर्माहट हैजो उसके बंद होने के समय […]