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समानता | अभिमन्यु अनत

समानता | अभिमन्यु अनत समानता | अभिमन्यु अनत मों-स्वाजी के समंदर सेचार कदम आगेदेख आया मैंचुनाव के दौरानदिए गए वायदे पूरे होतेगरीब धनी के भेद को मिटतेगरीब तो नहीं मिला वहाँ पर धनी सैलानियों को बालू पर पसरेधूप में नंगे देख आयाअपने ही गाँव केजमनी चाची के बच्चों जैसेजमनी चाची के बच्चे पर अबनंगे नहीं […]