मेरी दादी कहती थींआईना ज्यादा मत देखा करोवह हमेशा सच नहीं कहतेलेकिन मुझे उनकी बातपर विश्वास नहीं थालगता था जो है उसकोआईना दिखाएगा ही।अब दादी नहीं रहींतो उनकी बात का सहीमतलब समझ आ रहा है।आईना भी धोखा दे रहा है मुझेअब क्या होगा इस जमाने का? READ दूसरे शहर में | केदारनाथ सिंह