मुझे आईना देखते हुएडर लगता हैकहीं वह मेरे अंदर केउस दूसरे चेहरे कोन दिखाएजिसे मैं भी देखना नहीं चाहता हूँ! Like this:Like Loading... See also साजिंदे | बसंत त्रिपाठी