ये शब्द वही हैं | कुँवर नारायण
ये शब्द वही हैं | कुँवर नारायण

ये शब्द वही हैं | कुँवर नारायण

ये शब्द वही हैं | कुँवर नारायण

यह जगह वही है
जहाँ कभी मैंने जन्म लिया होगा
इस जन्म से पहले

यह मौसम वही है
जिसमें कभी मैंने प्यार किया होगा
इस प्यार से पहले

यह समय वही है
जिसमें मैं बीत चुका हूँ कभी
इस समय से पहले

वहीं कहीं ठहरी रह गयी है एक कविता
जहाँ हमने वादा किया था कि फिर मिलेंगे

ये शब्द वही हैं
जिनमें कभी मैंने जिया होगा एक अधूरा जीवन
इस जीवन से पहले।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *