उसे देखा | लाल्टू
उसे देखा | लाल्टू

उसे देखा | लाल्टू

उसे देखा | लाल्टू

खिलने को जन्मा
दिन
मुर्झाता मैंने देखा
उसे देखा
दिन
खिलने को जन्मा

दिन जन्मा
एक बार फिर मैं जन्मा
उसे देखा
देखा चराचर
खिल रहे
अपने-अपने दुखों में बराबर
दिन खिलता
रोता मैंने देखा
दिन
खिलने को जन्मा.

See also  चुपचाप दुख | राम सेंगर

कृति ओर(2009)

Leave a comment

Leave a Reply