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हिंदी हमारी

हिंदी न आगे रखोन पीछेसाथ-साथ रखोघर-बाहर-दफ्तर मेंमन के घर में, वाणी मेंपरदेस मेंहर भाषा सीखपर अपनी भाषा मत भूलमातृभाषा नाशतो धर्म-जाति नाश