समुद्र तट पर रात में रात की अँधेरी सड़कों पर पाँव चलते हैं रात के फहराते पंख इंजन की चिंघाड़ असहाय कदम बढ़ते हुए आगे ही आगे सड़कें घिसटती हैं पंखुड़ियों और पवन का स्पंदन लहरें आती और जाती हैं, पदप्रक्षालन करती पाँव तले रेत गुदगुदी करके फिसल जाता है हाथों की अँजुली में भरा […]
Subhendu Mund
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