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खिलखिलाहट | रेखा चमोली

खिलखिलाहट | रेखा चमोली खिलखिलाहट | रेखा चमोली हँस रही है एक बच्चीजाने किस बात परमानो पहाड़ी के पीछेफसल पकने जैसी उजासधीरे धीरे बढ रही होचमकीली किरणें दूर आसमान तक फैलकरसूर्योदय का ऐलान कर रही होंमानो असीम नील श्यामपट्ट परबादलों ने मनचाहे रंग भरअपनी हथेलियाँ बच्ची के गालों पर मल दी हों।