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शून्यात पूर्णमुदच्यते | पराग मांदले

शून्यात पूर्णमुदच्यते | पराग मांदले – Shunyant Purnamudacyate शून्यात पूर्णमुदच्यते | पराग मांदले माया नगरी के विशाल राजमहल के स्वर्णमंडित शिखर के ठीक ऊपर ठिठके महाकाय कृष्ण मेघ ने उदास दृष्टि से उन छोटे-बड़े मेघ-पुंजों की ओर देखा जो एक-दूजे से अठखेलियाँ करते, एक-दूजे से आगे निकलने की होड़ करते दौड़े चले जा रहे थे। […]