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हाथियों की लड़ाई | निकोलाई जबोलोत्स्की

हाथियों की लड़ाई | निकोलाई जबोलोत्स्की हाथियों की लड़ाई | निकोलाई जबोलोत्स्की ओ शब्‍दों के योद्धा!वक्‍त आ गया है कि तुम्‍हारी तलवारेंरात में गीत सुनायें। संज्ञाओं के कमजोर शरीर परझपट रहे हैं विशेषणों के घोड़े।काले रंग के घुड़सवारपीछा कर रहे हैं क्रियाओं की सेना काऔर विस्‍मयबोधक शब्‍दों का गोला-बारूदफट रहा है सिरों के ऊपरजैसे सिग्‍नल […]