हिस्सा | नरेश सक्सेना
हिस्सा | नरेश सक्सेना हिस्सा | नरेश सक्सेना बह रहे पसीने में जो पानी है वह सूख जाएगालेकिन उसमें कुछ नमक भी हैजो बच रहेगा टपक रहे खून में जो पानी है वह सूख जाएगालेकिन उसमें कुछ लोहा भी हैजो बच रहेगा एक दिन नमक और लोहे की कमी का शिकारतुम पाओगे खुद को और … Read more