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सितार हुआ बेतार | मोहन सगोरिया

सितार हुआ बेतार | मोहन सगोरिया सितार हुआ बेतार | मोहन सगोरिया थप-थप… थप-थपथपकी दे रही थी माँगाए जा रही थी लोरीचंदा मामा दूर के, पुए पकाए बूर के शिशु उतर रहा था नींद मेंधक-धक… धक-धकधड़कनों को सुनतामाँ के सीने से लगा यही धक-धक सुनी थी उसनेपूरे नौ माह कोख में रहकि यही धड़कन की […]