Posted inStory

लुटा हुआ | जयन्ती दलाल

लुटा हुआ | जयन्ती दलाल – Luta Hua लुटा हुआ | जयन्ती दलाल सरदार सुच्चासिंह को अपनी मनोव्यथा का कारण समझ में नहीं आता था। उसे अपने पर ही गुस्सा आता था। क्यों उसने अपने वतन का त्याग किया और बम्बई चला आया? बम्बई में न कोई रिश्तेदार था न किसी से जान-पहचान, फिर भी […]