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व्यापारी | गुलाब सिंह

व्यापारी | गुलाब सिंह व्यापारी | गुलाब सिंह दलित मलिन बस्ती कोफूल से सजाओराजा की आ रही सवारी। नहर की नई बंधीखोलेंगेबस्ती वालेमुखड़ा धो लेंगेजाएँगे राज महलसपने लेलौटेंगे लेकर त्योहारी। अब की दीवालीजगमग होगीपारो से कतवारोपूछेंगे क्या लोगीअमरीका से उड़करतेल, नून, हल्दी केआएँगे अच्छे व्यापारी। आँखों का सुरमाऔर दाँतो की मिस्सीपूस माघ की काफीफागुन की […]