(बॉब डिलन के गीतों के लिए) और उस आदमी को तो मैं बिल्कुल नहीं जानताजो सिर पर बड़ा-सा पग्गड़ हाथों में कड़ों की पूरी बटालियनआठ उँगलियों में सोलह अँगूठीगले में लोहे की बीस मालाएँऔर हथेली में फँसाए एक हथौड़ीकभी भी कहीं भी नज़र आ जाता था जिसे देख भय से भौंकते थे कुत्तेलोगों के पास […]
Geet Chaturvedi
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सुब्हान अल्लाह
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मुंबई नगरिया में मेरा ख़ानदान
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मदर इंडिया
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बोलने से पहले
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बुरी लड़कियाँ, अच्छी लड़कियाँ
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प्रश्न अमूर्त
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