सावन आया गाँव में | देवमणि पांडेय

सावन आया गाँव में | देवमणि पांडेय

सावन आया गाँव में | देवमणि पांडेय सावन आया गाँव में | देवमणि पांडेय नाच रही हैं छत पर बूँदें पुरवा ने दी तालसावन आया गाँव में सबका पूछ रहा है हाल मेढक मिलकर बिरहा गाते कोयल कजरी गाएदुबक के बैठी है गोरैया कौवा शोर मचाएदादी को लगती है बारिश अब जी का जंजाल दिन … Read more

शुक्रिया मेरे शहर | देवमणि पांडेय

शुक्रिया मेरे शहर | देवमणि पांडेय

शुक्रिया मेरे शहर | देवमणि पांडेय शुक्रिया मेरे शहर | देवमणि पांडेय जिंदगी के नाम पर क्या कुछ नहीं तूने दियाशुक्रिया मेरे शहर सौ बार तेरा शुक्रिया क्या खबर तुझको कि हमने गाँव छोड़ा किस लिएझूमती गाती हवा फसलों को छोड़ा किसलिएमिल गया हमको ठिकाना पर कभी भूले नहींअपने घर-आँगन से रिश्ता हमने तोड़ा किसलिएआज … Read more

चार दिनों के इस जीवन में | देवमणि पांडेय

चार दिनों के इस जीवन में | देवमणि पांडेय

चार दिनों के इस जीवन में | देवमणि पांडेय चार दिनों के इस जीवन में | देवमणि पांडेय चार दिनों के इस जीवन मेंकुछ ऐसे भी काम करोसुबह-सुबह मुस्काना सीखोहँसते हँसते शाम करो पलकों पर कुछ ख्वाब सजाओरोशन करो उम्मीदों कोजीत के बदले हार मिले तोकोसो नहीं नसीबों कोबेशक इक दिन मिलेगी मंजिलजो आराम हराम … Read more

किस नगर से आ रही हैं शोख बासंती हवाएँ | देवमणि पांडेय

किस नगर से आ रही हैं शोख बासंती हवाएँ | देवमणि पांडेय

किस नगर से आ रही हैं शोख बासंती हवाएँ | देवमणि पांडेय किस नगर से आ रही हैं शोख बासंती हवाएँ | देवमणि पांडेय धूप का ओढ़े दुशाला और महकाती दिशाएँकिस नगर से आ रही हैं शोख बासंती हवाएँ आम के यूँ बौर महकेभर गई मन में मिठासफूल जूड़े ने सजाएनैन में जागी है प्यासकह … Read more

आशा की किरणें | देवमणि पांडेय

आशा की किरणें | देवमणि पांडेय

आशा की किरणें | देवमणि पांडेय आशा की किरणें | देवमणि पांडेय आँखों में अपनी हैं आशा की किरणेंचाहत के सुर धड़कनों में सजाएँइक दिन मिलेगी वो सपनों की दुनियाजादू उमंगों का दिल में जगाएँ बादल में बिजली है, सूरज में आभाहिम्मत हवाओं में सागर में लहरेंमुश्किल नहीं कुछ अगर जिद है मन मेंचलतें रहें … Read more