सिर्फ ओसकण | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

सिर्फ ओसकण | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

सिर्फ ओसकण | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की सिर्फ ओसकण | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की मैं सिर्फ एक ओसकण थाजानता था सूख जाऊँगागरमी के मौसम मेंजानता था कुछ नहीं कर पाऊँगा बचने के लिएपर सुबह होने से पहले हीमैं फिर वहीं हूँगाअपनी पहले की जगह पर। प्रकृति के चिरंतन भँवरजाल मेंअपनी भूमिका निभाते हुएमैंने स्‍वीकार की सारी पराजयविपदा के रूप … Read more

स्वतंत्रता | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

स्वतंत्रता | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

स्वतंत्रता | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की स्वतंत्रता | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की सड़कों पर लोगों का ऊँचे स्‍वर में बात करना भीलक्षण हैथोड़ी-बहुत स्‍वतंत्रता का। बहुत ज्यादा स्‍वतंत्रता नहीं हैपर फिर भी यह बेहतर हैगुलामी की विराट महानता सेउसके पिरामिडों और मीनारों से। पर ऊँची आवाज में यह बातचीतपहले से तय हो यदिनगरपरिषद के कार्यालय सेतय हो सड़कों पर … Read more

शर्मिंदा था मैं | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

शर्मिंदा था मैं | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

शर्मिंदा था मैं | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की शर्मिंदा था मैं | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की शर्मिंदा था मैं। इच्‍छा नहीं थी कुछ खाने की,इच्‍छा नहीं थी सोने या मरने की।इच्‍छा नहीं लिखे हुए को मिटाने कीपन्‍ने फाड़ने के भी इच्‍छा न थी। कितने पैसे लगेंगे-इसका हिसाब किये बिनाइच्‍छा थी लंबी यात्रा का टिकट लेने कीहवाई जहाज से नहीं … Read more

दो गाड़ियों के बीच | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

दो गाड़ियों के बीच | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

दो गाड़ियों के बीच | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की दो गाड़ियों के बीच | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की दो गाड़ियों के बीच की प्रतीक्षाया दो युद्धों के अंतराल के बीचअजीब होते हैं नियमऔर प्रथाएँ भी अजीब-सीं। अभी बहुत देर इंतजार करना होगागाड़ी के गुजर जानेया भविष्‍य के युद्ध का। कालहीनता भी एक काल हैउसमें भी जिया जाता हैपर मालूम … Read more

जिंदा रहना चाहता है इंसान | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

जिंदा रहना चाहता है इंसान | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

जिंदा रहना चाहता है इंसान | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की जिंदा रहना चाहता है इंसान | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की जिंदा रहना चाहता है जिंदा इंसान।जिंदा रहना चाहता है मौत तक और उसके बाद भी।मौत को स्‍थगित रखना चाहता है मरने तकनिर्लज्‍ज हो चाहता है कहना : ”तो अब” सुनना चाहता है आने वाले कल के समाचारचाहता है उनके … Read more

आकाश से गोलियों की बौछार | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

आकाश से गोलियों की बौछार | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

आकाश से गोलियों की बौछार | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की आकाश से गोलियों की बौछार | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की आकाश से गोलियों की बौछार की तरहतालुओं को जला रही है वोदकाआँखों से टपकते हैं तारे जैसे गिर रहे हों बादलों के बीच सेऔर बादलों की गड़गड़ाहटमाँ की आवाज की तरह गूँजती हैं हमारे बीच। पिआनों पर दहाड़ रही … Read more

अधिकार | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

अधिकार | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की

अधिकार | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की अधिकार | बोरीस स्‍लूत्‍स्‍की मुझे अधिकार था जीने और मरने का।भरपूर लाभ उठाया मैंने जीने के अधिकार काऔर मृत्‍यु के अधिकार को पूछा भी नहीं।यह-व्‍यवहार का नैतिक तरीका हैजब युद्ध होते हैं या क्रांतियाँ। हत्‍या किसी की भी न करोचाहे वह जर्मन ही क्‍यों न होयदि ऐसा कर सकने की तनिक … Read more