हर चीज के भीतर एक | बोरीस पास्तरनाक हर चीज के भीतर एक | बोरीस पास्तरनाक हर चीज के भीतर तकपहुँचना चाहता हूँ मैं।पहुँचना चाहता हूँ उनके सारतत्व तककाम में, राहों की खोज मेंहृदय की उथल-पुथल में। पहुँचना चाहता हूँबीते दिनों की सच्चाई तक,उनके कारण और मूल तक,उनके आधार और मर्म तक। नियति ओर घटनाओं […]
Tag: Boris Pasternak
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चीड़ के पेड़ | बोरीस पास्तरनाक
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