हँसी और हिमनद | अर्पण कुमार हँसी और हिमनद | अर्पण कुमार एक लड़की हँसती हैजी भर हँसती हैशुरू में मंद-मंदऔर बाद में पूरे जोर सेमगर यह क्याउसकी हँसी एकदम से यूँ ध्वनिरहितहँसते-हँसते वह लोटपोट हो जाएगीमगर क्या मजालकोई सुन ले उसकी हँसीवह तो गर्दन झुकाएअपने अंदर फूटतेसूर्योदय की ऊर्जा से हीचालित हो रही हैऔर […]
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