सफेद चादर | अनिल प्रभा कुमार

सफेद चादर | अनिल प्रभा कुमार

सफेद चादर | अनिल प्रभा कुमार – Saphed Chadar सफेद चादर | अनिल प्रभा कुमार “बस, अब यह पाइन-ब्रुक वाला रास्ता ले लीजिए। ट्रैफिक-लाइट पर बाएँ, अगली ट्रैफिक-लाइट पर दाएँ, और इसी सड़क पर सीधे चलते जाओ जब तक कि…।” उनकी व्यस्तता देख कर वह रास्ता बताते-बताते रुक गई। वह बड़ी एकाग्रता से स्टियरिंग सँभाले … Read more

बस पाँच मिनट | अनिल प्रभा कुमार

बस पाँच मिनट | अनिल प्रभा कुमार

बस पाँच मिनट | अनिल प्रभा कुमार – Bas Paanch Minat बस पाँच मिनट | अनिल प्रभा कुमार वह नाच रही थी। देह जैसे तूलिका। मंच के कैनवास पर कलाकृति उकेरती हुई। देह-यष्टि की भंगिमाएँ, हाथों की मुद्राएँ और आँखों के भाव, सब रंग भर रहे थे कल्पना के इस सुंदर चित्र में। थिरकती जा … Read more

कतार से कटा घर | अनिल प्रभा कुमार

कतार से कटा घर | अनिल प्रभा कुमार

कतार से कटा घर | अनिल प्रभा कुमार – Katar Se Kata Ghar कतार से कटा घर | अनिल प्रभा कुमार स्कूल की बस सड़क के किनारे रुकी तो हम तीनो बस्ते सँभाल कर खड़े हो गए। बस ड्राइवर ने बटन दबाया और एक तीन फुट की लंबी-सी लाल पट्टी खिच कर बाहर निकल आई … Read more