इस बसन्त में
इस बसन्त में

जंगल के सारे वृक्ष काट दिए गये हैं
सभी जानवरों का शिकार कर लिया गया है

फिर भी इस बसन्त में
मिट्टी में धँसी जड़ों से पचखियाँ झाँक रही हैं

और पास की झुरमुट में एक मादा खरगोश ने
दो जोड़े उजले खरगोश को जन्म दिया है

See also  परीक्षा के दिन | प्रेमशंकर शुक्ला | हिंदी कविता

Leave a comment

Leave a Reply