दूसरे शहर में | केदारनाथ सिंह
दूसरे शहर में | केदारनाथ सिंह

दूसरे शहर में | केदारनाथ सिंह

दूसरे शहर में | केदारनाथ सिंह

यही हुआ था पिछ्ली बार
यही होगा अगली बार भी
हम फिर मिलेंगे
किसी दूसरे शहर में
और ताकते रह जाएँगे
एक-दूसरे का मुँह

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