मैं जब भीजहाँ कहीं जाता हूँतुम रहती हो मेरे साथ जब मैंसड़कों पर होता हूँघर बाजार याकिसी भी काम में होता हूँतुम्हारी समीपता को महसूस करता हूँ हर बारवापस घर लौटकरकमरे के अपने एकांत मेंतुम्हारी कोमल यादों के सहारेगुलाब सा महकता हूँ