उन आँखों में | विश्वनाथ-प्रसाद-तिवारी उन आँखों में | विश्वनाथ-प्रसाद-तिवारी पृथ्वी जल मेंजल ज्योति मेंज्योति वायु मेंवायु आकाश मेंऔर आकाशसमा गया थाउन आँखों में