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विस्फोट

‘आह, …पानी।’ सीमा पर शत्रु सेना की गतिविधियों पर नजर रखे कैप्टन रंजीत के कानों में ये शब्द पड़ते ही वे चौंक उठे। दूरबीन को आँखों के सामने से हटाते हुए वे आवाज की दिशा का अंदाजा लगाने लगे। ‘पा…नी।’ चंद क्षणों के अंतराल के पश्चात वही आवाज पुनः सुनाई पड़ी। उस कंपित स्वर की […]