पुकारता शहर

पुकारता शहर

कुछ लोग गीतों से तारीफ करते हैं अपने शहर कीलेकिन मैं इसे लिखकर करता हूँमैं उसे तभी बुलाऊँगा,जब मैं कुछ भी नहीं लिख पाऊँगामेरा शहर दक्षिण में हैमैं उसे दक्षिण दिशा की ओर से बुला रहा हूँवह मेरे दिल, मेरी कलम, मेरे गले,मेरी पुकार, मेरे आँसू और मेरे खून में बसी हैमेरी पुकार सुनकर मेरा … Read more

सूर्यास्त

सूर्यास्त

सूर्यास्त पीली पर्वत शृंखला की ऊँची छत पर होता हैजो लगता है हवा की तरहनीचे लुढ़कते हुएकल यह लटक गयारेतीले बेर की एक मृत शाखा परमेरी पड़ोसी बहन झाहो नेइसे काट कर गोधूलि बेला में डाल दिया स्टोव मेंपश्चिमी घाटी में सूर्यास्त हो गयाहो सकता है यह भिखारी के कटोरे में गिर जाएऔर भिखारी अपनी … Read more

मिट्टी का बर्तन

मिट्टी का बर्तन

मिट्टी का बर्तनअभी-अभी नया, भट्टे से निकलाजलने के बाद हो गया है काला  यही उसकी सुंदरता हैमेरी चाची इस्तेमाल करती हैं उसकोआलू, स्ट्यू मांस और नमक रखने के लिएयह बहुत सहज हैबिल्कुल मेरे चाचा की तरहजो हमेशा चाची के पीछे रहते हैं।

बहता पानी

बहता पानी

जियांगनान में पानी है बहुतऔर यह शहर है पानी कायह लाखों साल पहले भीऔर लाखों साल बाद भीबहता है एक ही दिशा की ओरयह पानी, पहाड़ों से, घाटियों से,उस साल बादलों, झरनों और सोतों से,गया मैं देखने जड़ी-बूटियों को पहाड़ों मेंअपने छोटे काले कुत्ते के साथवहाँ, मैं पीछा कर रहा था एक क्रीक कायह नीचे … Read more