पुकारता शहर
कुछ लोग गीतों से तारीफ करते हैं अपने शहर कीलेकिन मैं इसे लिखकर करता हूँमैं उसे तभी बुलाऊँगा,जब मैं कुछ भी नहीं लिख पाऊँगामेरा शहर दक्षिण में हैमैं उसे दक्षिण दिशा की ओर से बुला रहा हूँवह मेरे दिल, मेरी कलम, मेरे गले,मेरी पुकार, मेरे आँसू और मेरे खून में बसी हैमेरी पुकार सुनकर मेरा … Read more