शरणागत | ओमा शर्मा

शरणागत | ओमा शर्मा

शरणागत | ओमा शर्मा – Sharanagat शरणागत | ओमा शर्मा सर्व धर्मान्परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।    अहं त्व सर्वपापेभ्यो मोक्षयिष्यामि मा शुच:। (गीता : अध्याय 18, श्लोक 66) ( समस्त प्रकार के धर्म का परित्याग कर मेरी शरण में आ जा। मैं समस्त पापों से तेरा उद्धार कर दूँगा। डर मत।) वैसे बबली ने फोन पर … Read more

शुभारंभ | ओमा शर्मा

शुभारंभ | ओमा शर्मा

शुभारंभ | ओमा शर्मा – Shubharambh शुभारंभ | ओमा शर्मा उसके तुरंत बाद ही जैसे सब कुछ बदल गया। मुझे लगा जैसे कोई जहरीला साँप धीरे-धीरे या तो मुझे निगल रहा है या मेरे अंदर उतर रहा है। चंद क्षणों पहले और अबकी मेरी हालत में गुणात्मक बदलाव आ गया। जैसे कोई दीवार गिर गई … Read more

वास्ता | ओमा शर्मा

वास्ता | ओमा शर्मा

वास्ता | ओमा शर्मा – Vasta वास्ता | ओमा शर्मा भाई कोई कुछ भी कहे, अपना खून अपना ही होता है। अब सुखदेव भैया को ही लो। कोई सोच सकता था कि ग्यारह साल बाद वो यूँ घर आ धमकेंगे? बिना बुलाए। सुबह ही सुबह। मगर तुमने कब से टैगोर की धजा धर ली सुक्खू … Read more

वजूद का बोझ : तीन कहानियाँ | ओमा शर्मा

वजूद का बोझ : तीन कहानियाँ | ओमा शर्मा

वजूद का बोझ : तीन कहानियाँ | ओमा शर्मा – Vajud Ka Bojh : Teen Kahaniyan वजूद का बोझ : तीन कहानियाँ | ओमा शर्मा एक : संकट का संपर्क बात चाहे खुद से की जा रही एक विचित्र शरारत से शुरू हुई थी लेकिन थोड़ा रुककर सोचने से उन्हें पता लगने लगा कि बात … Read more

रास्ता | ओमा शर्मा

रास्ता | ओमा शर्मा

रास्ता | ओमा शर्मा – Rasta रास्ता | ओमा शर्मा अरे, इसमें पूछनेवाली कोई बात्ती नईं जी। मैंने कहा ना, मुझे कहीं और जान्नाइ नईं। सीध्धे घरी जाना है। आप ऐतराज की बात कर्रे हो जबकि आन दी कनट्रेरी इट विल बी माई प्लैइयर। सारी गाड़ी खाली जाती है, सैल्फ डिराइव करता हूँ ना। पर … Read more

महत्तम समापवर्त्य | ओमा शर्मा

महत्तम समापवर्त्य | ओमा शर्मा

महत्तम समापवर्त्य | ओमा शर्मा – Mahattama Samapavartya महत्तम समापवर्त्य | ओमा शर्मा उनकी हर चीज में नफासत थी। बोल-चाल में संयत ठहराव। पहनावे में जहीनी चटख और हावभाव में गरिमापूर्ण सादगी। घर की इमारत किसी कलात्मक वास्तुशिल्पी ने बनाई थी। घुमावदार सीढ़ियाँ, पर्याप्त रोशनी, लुभावना रंग-रोगन, जगह की व्यवस्था में आमंत्रित-सा करता खुलापन। मुझे … Read more

मर्ज | ओमा शर्मा

मर्ज | ओमा शर्मा

मर्ज | ओमा शर्मा – Marj मर्ज | ओमा शर्मा कहाँ से बताऊँ मामूजान की दास्ताँ। शुरुआत से ही अर्ज है। अपने महकमे के किसी काम से ही मामू आए थे। मुरादाबाद काम निपटाकर। बड़े भाई फरहत के दसवीं में दुबारा लुढ़क जाने से अम्मी और अब्बा दोनों परेशान थे। कस्बे में लटूरों की सोहबत … Read more

भविष्यदृष्टा | ओमा शर्मा

भविष्यदृष्टा | ओमा शर्मा

भविष्यदृष्टा | ओमा शर्मा – Bhavishyadrshta भविष्यदृष्टा | ओमा शर्मा विद्यात्र लिखिता याऽसो ललाटेऽक्षरमालिका।देवज्ञस्तां पठेदव्यक्तं होशनिर्मल चक्षुषा… (सृष्टि रचियता ब्रह्मा ने सब जीवों का नसीब उनके ललाट पर खोद दिया है, कोई पारखी निगाह ज्योतिषी ही उसे पढ़ सकता है) सर्वल्ली जिला भंडारा से खत वहाँ मेरा कौन है कहीं वैष्णो देवी या भभूति बाबा … Read more

बाँग्लादेश | ओमा शर्मा

बाँग्लादेश | ओमा शर्मा

बाँग्लादेश | ओमा शर्मा – Bangladesh बाँग्लादेश | ओमा शर्मा बुजदिल होना एक सामाजिक अच्छाई है। हिम्मत और हिमाकत रखनेवालों की दूसरे बस दाद दे सकते हैं; भुगतना तो उन्हीं को पड़ता है। अब जैसे सुनीता है। देखने चलो तो उसका जीवन कितना हरा-भरा है : अतिन जैसा आकर्षक दिखता इज्जतदार पति, मानू और जुगनू … Read more

नवजन्मा : कुछ हादसे | ओमा शर्मा

नवजन्मा : कुछ हादसे | ओमा शर्मा

नवजन्मा : कुछ हादसे | ओमा शर्मा – Navajanma : Kuchh Hadase नवजन्मा : कुछ हादसे | ओमा शर्मा एक : संबंध ‘लड़की हुई है।’ उसने अपने अनन्य मित्र को सूचित किया। उसे तपाक से ‘बधाई हो’, सुनने का इंतजार था। ‘तो होना क्या था?’ मित्र ने अविश्वास में पूछा। ‘होना न होना क्या होता … Read more