हवाएँ करती हैं बातें | नीरजा हेमेंद्र हवाएँ करती हैं बातें | नीरजा हेमेंद्र हवाएँ करती हैं बातेंशीत की, तपिश कीउन आँधियों कीजिनसे होते हैं धूल धूसरितकुछेक तिनकों से बने मकाँहवाएँ करतीं हैं बातेंवृक्षों से, पत्तों सेग्रामीण बाला कीजिसका हरा आँचलउड़ता है सरसों के खेतों मेंजो दौड़ती है अबाध पगडंडियों परवसंत ऋतु मेंहवाएँ करतीं हैं […]
Neerja hemendra
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समयांतर के मध्य | नीरजा हेमेंद्र
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