यायावर | लहब आसिफ अल जुंडी

यायावर | लहब आसिफ अल जुंडी

यायावर | लहब आसिफ अल जुंडी यायावर | लहब आसिफ अल जुंडी मैं इस ठंडी रात में उठ बैठा हूँतुम अब भी सो रहे होलेकिन पक्षी नहीं जानतेचुप रहना कुछ पुकार रहा है मुझेतुम्हारे गर्म शरीर से कुछ अधिककुछ अधिक नींद के स्पर्श सेथकी आँखों परबहुत बार मैं बुलाया गया हूँया वापस भेज दिया गया … Read more

दृश्य | लहब आसिफ अल जुंडी

दृश्य | लहब आसिफ अल जुंडी

दृश्य | लहब आसिफ अल जुंडी दृश्य | लहब आसिफ अल जुंडी एक क्षण लेंदेखें जितनी दूर तक आप देख सकते हैंब्रह्मांडजीवन का सबकुछसारे सुख और दुःखसारा कुछ जो वहाँ हैएक खींची हुई तस्वीरएक तात्कालिक दृश्यसम्पूर्ण का। दूसरा क्षण लेंध्यान केन्द्रित करेंछोटे से छोटे बिन्दु परनन्ही से नन्ही अनुभूतिएक पलपक्ष विहीननहीं गहराईन ही भार। दोनों … Read more

इलेक्ट्रॉन | लहब आसिफ अल जुंडी

इलेक्ट्रॉन | लहब आसिफ अल जुंडी

इलेक्ट्रॉन | लहब आसिफ अल जुंडी इलेक्ट्रॉन | लहब आसिफ अल जुंडी परमाणु तुम्हारे शरीर के भीतर चक्कर लगाते हैंजो ठोस प्रतीत होता हैहड्डियाँ, आँखें, त्वचातेजी से घूमते हैं, कण परिक्रमा करते हैंएक-दूसरे की, उल्का की तरह झपटते हैं। तुम्हारे इर्द-गिर्द की हवा उसी की बनी हुई हैतुम इससे लेते हो और तुम देते होअणुओं … Read more

आँसुओं को गिरने दो | लहब आसिफ अल जुंडी

आँसुओं को गिरने दो | लहब आसिफ अल जुंडी

आँसुओं को गिरने दो | लहब आसिफ अल जुंडी आँसुओं को गिरने दो | लहब आसिफ अल जुंडी इस सालअबमैं कितना इंतजार कर रहा हूँ वसंत का नहींहमेशा की तरह नहींमैं ठंड से थक गया हूँ और सूरज की कामना करता हूँ इस सालयह अलग हैमैं बदलाव की चरम ताकत की लालसा कर रहा हूँ … Read more