औरत जो नदी है | जयश्री रॉय – Aurat Jo Nadi Hai औरत जो नदी है | जयश्री रॉय मार्च का महीना – हमेशा की तरह उदास और उलंग… धूल के अनवरत उठते बवंडर के बीच पलाश की निर्वसन डालों पर सुलगते रंगों की अनायास खुलती गाँठें और हवा में उड़ते सेमल के रेशमी फूलों […]
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संधि | जयश्री रॉय
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