गोल खंडहर | होर्हे लुईस बोर्हेस – Gol Khandahar गोल खंडहर | होर्हे लुईस बोर्हेस उस रात किसी ने उसे नाव से सरककर तट पर आते हुए नहीं देखा। किसी ने भी बाँस की उस नाव को उस पवित्र कीचड़ में धँसकर डूब जाते हुए नहीं देखा। लेकिन कुछ ही दिनों के भीतर वहाँ रहने […]