सपने | बद्रीनारायण सपने | बद्रीनारायण मुझे मेरे सपनों से बचाओ न जाने किसने डाल दिए ये सपने मेरे भीतरये मुझे भीतर ही भीतर कुतरते जाते हैं ये धीरे-धीरे ध्वस्त करते जाते हैं मेरा व्यक्तित्वये मेरी आदमीयत को परास्त करते जाते हैं ये मुझे डाल देते हैं भोग के उफनते पारावार मेंजो निकलना भी चाहूँ […]
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विदा | बद्रीनारायण
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मॉर्निंग वॉक | बद्रीनारायण
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