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सानिहा | असरारुल हक़ मजाज़

सानिहा | असरारुल हक़ मजाज़ सानिहा | असरारुल हक़ मजाज़ (गांधीजी की मौत से प्रभावित होकर)दर्दो-ग़मे-हयात का दरमां1 चला गयावह ख़िज़्रे-अस्रो – ईसीए-दौरां2 चला गया हिन्दू चला गया, न मुसलमां चला गयाइंसां की जुस्‍तुजू में इक इंसां चला गया रक़्सां चला गया, न ग़ज़लख़्वां चला गयासोज़ो-गुदाज़ो-दर्द में ग़लतां3 चला गया बरहम है ज़ुल्फ़े -कुफ़्र तो […]