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स्त्रियाँ | अनामिका

स्त्रियाँ | अनामिका स्त्रियाँ | अनामिका पढ़ा गया हमको जैसे पढ़ा जाता है कागज बच्चों की फटी कॉपियों का ‘चनाजोरगरम’ के लिफाफे के बनने से पहले ! देखा गया हमको जैसे कि कुफ्त हो उनींदे देखी जाती है कलाई घड़ी अलस्सुबह अलार्म बजने के बाद ! सुना गया हमको यों ही उड़ते मन से जैसे सुने […]