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जमीन का टुकड़ा | अखिलेश मिश्रा

जमीन का टुकड़ा | अखिलेश मिश्रा – Jamin Ka Tukada जमीन का टुकड़ा | अखिलेश मिश्रा ददन रात भर करवट बदलते रहे। कभी बाईं ओर तो कभी दाईं ओर! हर करवट के साथ उनकी खटिया चूँ-चूँ की आवाज करती मानो उसे ददन का बार-बार करवट बदलना पसंद नहीं और उसे तकलीफ हो रही है। वह […]