स्त्री | ए अरविंदाक्षन स्त्री | ए अरविंदाक्षन स्त्रीमेरे समीप मेंमातृस्वरूपास्तनपान कराती हैऔर मेरे अंदर के जल कोअर्थ प्रदान करती है।स्त्रीमेरे निकटप्रेमस्वरूपाअपने स्तनों के बीच सुलाती हैऔर मेरे अंदर के जल कोआकार देती है।