ओ मेरी उदास पृथ्वी | केदारनाथ सिंह
ओ मेरी उदास पृथ्वी | केदारनाथ सिंह

ओ मेरी उदास पृथ्वी | केदारनाथ सिंह

ओ मेरी उदास पृथ्वी | केदारनाथ सिंह

घोड़े को चाहिए जई
फुलसुँघनी को फूल
टिटिहिरी को चमकता हुआ पानी
बिच्छू को विष
और मुझे ?

गाय को चाहिए बछड़ा
बछड़े को दूध
दूध को कटोरा
कटोरे को चाँद
और मुझे ?

मुखौटे को चेहरा
चेहरे को छिपने की जगह
आँखों को आँखें
हाथों को हाथ
और मुझे ?

ओ मेरी घूमती हुई
उदास पृथ्वी
मुझे सिर्फ तुम…
तुम… तुम…

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