खुद से | आरती
खुद से | आरती

खुद से | आरती

खुद से | आरती

एक प्रश्न खुद से –
यह कैसा आभामंडल बनाया है
कहीं खो ना देना खुद को
भस्म न हो जाए तुम्हारी आत्मा…
चलो उठो
बाहर निकलो
देखो! घास के तिनकों पर मोती उगे हैं

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