हिंदी | पंकज चतुर्वेदी
हिंदी | पंकज चतुर्वेदी

हिंदी | पंकज चतुर्वेदी

डिप्टी साहब आए 
सबकी हाज़िरी की जाँच की 
केवल रजनीकांत नहीं थे

कोई बता सकता है – 
क्यों नहीं आए रजनीकांत ?

रजनी के जिगरी दोस्त हैं भूरा – 
रजिस्टर के मुताबिक़ अनंतराम – 
वही बता सकते हैं, साहब !

भूरा कुछ सहमते-से बोले : 
रजनीकांत दिक़ हैं

डिप्टी साहब ने कहा : 
क्या कहते हो ?

साहब, उइ उछरौ-बूड़ौ हैं

इसका क्या मतलब है ?

भूरा ने स्पष्ट किया : 
उनका जिव नागा है

डिप्टी साहब कुछ समझ नहीं पाए 
भूरा ने फिर कोशिश की : 
रजनी का चोला 
कहे में नहीं है

इस पर साहब झुँझला गए : 
यह कौन-सी भाषा है ?

एक बुज़ुर्ग मुलाज़िम ने कहा : 
हिंदी है हुज़ूर 
इससे निहुरकर मिलना चाहिए

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